NOT KNOWN FACTS ABOUT कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं

Not known Facts About कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं

Not known Facts About कैसे आत्मविश्वास बढ़ाएं

Blog Article

And even though I adored Chicago, my love to get a town just wasn’t plenty of to help keep me stuck. So, Despite the fact that it was totally terrifying and the panic of staying by itself was palpable, I left anyway. I explained to my boyfriend it had been over and put anything I owned into my Toyota RAV4 and also a transferring truck and moved 4 states absent to my hometown. It had been the scariest and best thing I’d at any time finished in my lifetime. In just a 12 months of leaving, I discovered myself living in a bucolic artist’s Local community, creating a website identified as ‘Diary of a Writer in Mid-Life Disaster’ to get a perfectly-regarded literary magazine, freelance creating, and taking pleasure in a contented engagement to a great man I believed I’d under no circumstances find.”

चोपड़ा ने कड़ी मेहनत और लगन से यह मुकाम हासिल किया।

फिर हाथी एक मेंढक से मिला और पूछा कि क्या वह उसका दोस्त हो सकता है। मेंढक ने कहा “तुम बहुत बड़े और भारी हो। तुम मेरी तरह नहीं कूद सकते। मुझे खेद है, लेकिन आप मेरे दोस्त नहीं हो सकते ”।

हम उम्मीद करते हैं कि ये कहानियां here आपके जीवन में सकारात्मक बदलाव ला पाएंगी.

उनके शिक्षक ने छात्रो को हिदायत दे रखी थी की निरीक्षक पर आप सब का अच्छा प्रभाव पड़ना चाहिए. जब निरीक्षक गाँधी जी की क्लास में आये तो उन्होंने बच्चो की परीक्षा लेने के लिए छात्रो को पांच शब्द बताकर उनके वर्तनी लिखने को कहा.

वह अपनी मांद से बाहर आया और इधर-उधर खोजा। वह केवल एक छोटे खरगोश को प्राप्त कर सका। उसने कुछ हिचकिचाहट के साथ उसे पकड़ लिया । “यह मेरा पेट नहीं भरेगा” शेर ने सोचा।

नीति कथा – विश्वास सोंच समझ कर करें

अब अपना आकर्षण खो देने के कारण उसके तरफ कोई देखता भी नहीं था वह बहुत पछताने लगा की संसार का कोई सेवा नहीं कर सका, व वह लोगों का काम भी नहीं आ सका, आखिरकार एक दिन तेज हवा का झोंका आया और वह डाली टूटकर नीचे गिर गया 

ऐसा बोलकर हंस अपनी हंसिनी के साथ वहां से निकलने लगा, तभी उल्लू चिल्लाया। 

शकुंतला और दुष्यंत की प्रेम कथा

आज मत बिगाडो – भगवान बुद्ध की प्रेरणादायक कहानी

पचास बार प्रयास करने के उपरांत मूर्तिकार ने अंतिम बार प्रयास करने के उद्देश्य से हथौड़ा उठाया, किंतु यह सोचकर हथौड़े पर प्रहार करने के पूर्व ही उसने हाथ खींच लिया कि जब पचास बार वार करने से पत्थर नहीं टूटा, तो अब क्या टूटेगा.

जिसे थप्पड़ मारा गया, उसे चोट लगी, लेकिन बिना कुछ कहे, उसने रेत में लिखा;

So usually we find ourselves on autopilot—waking up in the exact same home, Placing on exactly the same apparel, taking precisely the same transportation to exactly the same-previous occupation. Even our New 12 months’s resolutions to alter hardly make it past Valentine’s Day. And, while it’s flawlessly purely natural (and regular) for individuals to crave plan, there’s Significantly being found out beyond the confines of our convenience zones.

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